दिनांक 15 जून 2022 को कपोलीछीना -द्वाराहाट (अल्मोड़ा)उत्तराखंड में आयोजित विशाल राष्ट्रीय सम्मेलन एवं भव्य गौ महोत्सव में भारतीय गौ रक्षा संघ एवं गौमाता माता गोपाल सेवा प्रचार ट्रस्ट द्वारा मुझे पूज्यपाद सन्त श्री चन्द्र गिरि जी महाराज अध्यक्ष राष्ट्रीय गौ रक्षा संघ के कर कमलों द्वारा अनेकों सन्त महात्माओं गौ सेवकों,गौ भक्तों व विद्वानों की गरिमा मयी उपस्थिति में मुझे"ज्योतिषअलंकार"सम्मान से सम्मानित किया गया ।
"ज्योतिष अलंकार"की उपाधि के चयन कर्ता कपोलीछीना (द्वाराहाट)में गौधाम के संस्थापक आचार्य उमेश चन्द्र जी गौदास महाराज द्वारा उपाधि प्रदान किये जाने पर कहा कि आपने भारतीय ज्योतिष के क्षेत्र में जो उत्कृष्ट कार्य किया है उसके लिए आपका नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जायेगा । मैं गौदास महाराज का आभारी हूँ कि बिना किसी परिचय के उन्होंने मुझ जैसे ज्योतिष के एक साधारण विद्यार्थी को इतने बड़े सम्मान से सम्मानित किया ।
पर्वतीय सभा रामनगर,श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय हल्द्वानी एवं भारतीय गौ रक्षा संघ एवं गौमाता गोपाल सेवा प्रचार ट्रस्ट द्वारा सम्मानित किये जाने के पश्चात अब ज्योतिष जगत के प्रति मेरा उत्तरदायित्व और अधिक बढ़ गया है । मैं समस्त ज्योतिष प्रेमियों को विश्वास दिलाता हूँ कि माता रानी की कृपा से ज्योतिष का जो भी ज्ञान उपलब्ध है उसे मैं माता रानी के प्रसाद के रूप मैं अधिक से अधिक वितरित करने का प्रयास करूँगा ।
स्वास्थ्य व संसाधनों के अभाव में समारोह स्थलों तक पहुंचना मेरे लिए दुर्गम था जो कि हमारे पंचांग के संस्थापक सदस्य श्री चन्द्र शेखर पन्त जी तथा श्री किशन चन्द्र पन्त जी ने सुगम बना दिया मैं इन दोनों महानुभावों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ ।
सभी सन्त जनों का पुनः आभार व्यक्त करता हूँ कि वे श्रीताराप्रसाददिव्य पंचांग परिवार को इसी प्रकार अपने आशीर्वाद से अनुग्रहीत करने की अनुकम्पा करते रहें ।
निवेदक:- आचार्य (डॉ)रमेश चन्द्र जोशी प्रधान सम्पादक श्रीताराप्रसाददिव्य पंचांग रामनगर नैनीताल (उत्तराखंड)
ज्योतिषम् अस्माकम् कुलविद्या का आपका उद्घोष है हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई
जवाब देंहटाएंज्योतिष अलंकार की उपाधि से सम्मानित किये जाने पर आपको हार्दिक शुभकामनाएं, आपके द्वारा कुमाऊँ क्षेत्र मे तारा प्रसाद दिव्य पंचांग के रूप मे दिये इस ज्योतिष पंचांग हेतु आपकी निष्ठा और परिश्रम का ही परिणाम है जिससे की सामान्य जन भी ज्योतिष की और ध्यान दे रहे है, सही पर्व निर्णय सही तिथि किस विशेष तिथि को संबंधित व्रत करना है, विवाह लग्न, जनेऊ लग्न, गृहत् प्रवेश के लग्न इत्यादि कही गूढ रहस्य इस पंचांग मे सरल स्पष्ट और ज्योतिष नियमो के अनुरूप दिये गए है। इस हेतु आपको सादर साधुवाद, एवं पुनः शुभकामनाएं, इसी प्रकार ज्योतिष शिक्षा का प्रचार प्रसार करे और यदि संभव हो सके तो आने वाली नई पीढ़ी को भी इस रहस्यमयी ज्ञान को प्रदान करे जिससे इस विद्या को आने वाले भविष्य मे जीवित रखा जा सके।।।
जवाब देंहटाएंबधाईयां।
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