शनिवार, 28 सितंबर 2024

श्रीताराप्रसाद दिव्य पंचांग का भव्य विमोचन समारोह

समस्त धर्म प्रेमी सज्जनों के यह जानकर अतीव हर्ष होगा कि श्रीगिरिजा माता की करूण कृपा से श्रीताराप्रसाद दिव्य पंचांग (११वें अंक) तथा श्रीताराप्रसाद दिव्य लघु पंचांग (२३वें अंक) संवत् २०८२ (सन् २०२५ -२०२६)कर्तव्याकर्तव्यरहस्य विशेषांक का विमोचन पूज्या माता जी श्रीमती भगवती जोशी जी व पूज्या माता जी श्रीमती तुलसी पन्त जी के कर कमलों से सम्पादक व प्रकाशक मण्डल के सदस्यों की उपस्थिति में शारदीय नवरात्रारम्भ( दिनांक ३अक्टूबर २०२४ )के पावन अवसर पर ,पंचांग की प्रथम प्रति श्री गिरिजामाता के श्रीचरणों में समर्पित करने के पश्चात, ज्योतिष भवन चित्रकूट-रामनगर , के प्रांगण में अपरान्ह ०२बजे किया जायेगा ।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचांग के प्रमुख संरक्षक श्रीमदन सिंह बिष्ट जी (हल्द्वानी)करेंगे , कार्यक्रम में पंचांग के प्रमुख संरक्षक श्रीसंदीप मनराल जी (दिल्ली)तथा पंचांग के मुख्य संरक्षक श्री उमेश गोयल जी (रामनगर) विशिष्ट अतिथि होंगें । इसी दिन से पंचांग का वितरण प्रारम्भ किया जायेगा ।
 विशेष :- विमोचन समारोह का लाइव प्रसारण हमारे फेस बुक "आचार्य डाॅ.रमेश चन्द्र जोशी "पर किया जायेगा ।
निवेदक:-ज्यौतिषाचार्य (डाॅ)रमेश चन्द्र जोशी, प्रधान सम्पादक श्रीताराप्रसाद दिव्य पंचांग, रामनगर, नैनीताल, उत्तराखंड (भारत) सम्पर्क:-9410167777.

शनिवार, 21 सितंबर 2024

श्रीताराप्रसाद दिव्य पंचांग संवत् 2082 शाके 1947 सन् 2025-26 , "कर्तव्या कर्तव्य रहस्य विशेषांक के प्रकाशन की शुभ सूचना

श्रीगिरिजामाता की अहैतुकी अनुकम्पा से आगामी संवत् के पंचांग को हम संवत्सर प्रतिपदा से छः माह पूर्व ही अपने सुधी पाठकों ,ज्योतिष व धर्म प्रेमी सज्जनों के कर कमलों तक पहुंचानें में सफल हो रहे हैं ।
                      आगामी संवत् 2082 के पंचांग में नित्यकर्म व सदाचार, घर में देव पूजा, आहार शुद्धि, शयन विधि, दान, तीर्थ सेवन, उपवास (व्रत) प्रणाम, गुरु का महत्व, गुरु कौन हो, क्या गुरु के बिना मुक्ति नही? सनातन धर्म में वैश्विक धर्म गुरु का अभाव, भारत औपचारिक स्वतन्त्र लेकिन मानसिक परतंत्र राष्ट्र, सनातन धर्म-गौ रक्षा तथा भारतीय राजनीति, व्यासपीठ एवं कथावाचक, जननाशौच-मरणाशौच, ,श्राद्ध , ज्योतिष-पंचांग एवं पर्वों पर पाठकों के सैकड़ों प्रश्नों के उत्तरों के साथ-साथ, मन्वादि ,युगादि तिथियाॅ,गुरु का द्वादश वर्षीय गोचर, सन् 2050 तक के सभी अधिक मासों का विवरण, सन् 2025 से 2034तक की गुरु -शुक्र अस्त सारणी, देवोत्थान के बाद कार्तिक में भी विवाह लग्न, गुरु-शुक्र में से किसी एक के उदय होने पर आपातकालीन विवाह लग्न आदि अश्रुत व अलोकित विषयों को संकलित किया गया है जो एक ज्योतिर्विद से लेकर सामान्य धर्म प्रेमी सज्जनों के लिए उपयोगी व संग्रहणीय होगा ऐसा मेरा विश्वास है । 
                 हमारा विचार है कि शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन 03 अक्टूबर 2024 को श्रीगिरिजामाता की मंगला आरती के साथ पंचांग की प्रथम प्रति श्रीमातारानी के श्रीचरणों में समर्पित करते हुए ,पंचांग का वितरण रामनगर, हल्द्वानी , अल्मोड़ा, पिथौरागढ, दिल्ली, मुम्बई, लखनऊ और अन्य प्रमुख स्थानों पर एक साथ हो सके ।
           पंचांग विमोचन का ग्यारहवाॅ समारोह ज्योतिष -भवन,चित्रकूट, रामनगर (नैनीताल)उत्तराखंड, में दिनांक 03 अक्टूबर ,2024 को अपराह्न 02 बजे से परम्परागत रुप से किया जायेगा , जिसकी औपचारिक सूचना पृथक से प्रसारित की जायेगी । श्रीगिरिजामाता की जय ।
निवेदक:-ज्यौतिषाचार्य (डाॅ)रमेश चन्द्र जोशी, प्रधान सम्पादक, श्रीताराप्रसाद दिव्य पंचांग, ज्योतिष भवन, चित्र कूट, रामनगर , नैनीताल, (उत्तराखंड)सम्पर्क:-9410167777.