आज नन्दाष्टमी -राधाष्टमी के पावन पर्व पर श्रीताराप्रसाददिव्य पंचांग संवत् 2079 शाके 1944 सन् 2022-23"तिथि -पर्व -निर्णय "विशेषांक का विमोचन पूर्ण हर्षोल्लास के साथ हो गया है । आज से इस पंचांग का वितरण/डाक से प्रेषण प्रारम्भ हो गया है ।
मंगलवार, 14 सितंबर 2021
मंगलवार, 7 सितंबर 2021
श्रीताराप्रसाददिव्य पंचांग संवत् 2079 शाके 1944 सन् 2022-2023 "तिथि-व्रत -पर्व निर्णय विशेषांक "(प्रकाशन वर्षांक 08) का प्रकाशन
श्री गिरिजा माता की अहैतुकी अनुकम्पा से आगामी वर्ष के पंचांग का प्रकाशन हो गया है ।
इस वर्ष के विशेषांक में कुछ नवीन और महत्व पूर्ण विषय निम्नानुसार सम्मिलित किये गये हैं:-
01-तिथि-व्रत-पर्व निर्णय-प्राचीन महर्षियों एवं मीमांसको द्वारा अति विस्तृत ग्रन्थों में वर्णित निर्णय विषयक अनेकानेक तथ्यों का गम्भीर परिशीलन कर तिथि-व्रत-पर्वों को अनेक मत -मतान्तरों के खण्डन-मण्डन के विस्तृत प्रपंच से बाहर निकाल कर अत्यन्त संक्षिप्त व सरल बाल बोध शैली में धर्म जगत के आंगन में प्रथम बार प्रस्तुत कर दिया है ।
पूज्य पुरोहित वर्ग को संवत्सर,विषुवत संक्रांति अपैट,वामपाद दोष,एकोदिष्ट-पार्वण श्राद्ध तिथि निर्णय एवं संक्रांति पुण्य काल निर्धारण में होने वाली कठिनाइयों के दृष्टिगत सम्पूर्ण वर्ष के तिथि-व्रत पर्वादि के निर्णय इस विशेषांक में में प्रकाशित कर दिये हैं ।
02-अक्षांश में भूकेन्द्रीय संस्कार सारणी :- सूक्ष्म लग्न साधन,अति सूक्ष्म सूर्योदय-सूर्यास्त साधन तथा पलभा साधन आदि में भौगोलिक अक्षांश में भूकेन्द्रीय संस्कार केवल त्रिकोणमिति से ही साध्य था इस विशेषांक में 07से 42 अक्षांश तक की सरल भूकेन्द्रीय संस्कार सारणी दे दी है यह ज्योतिर्गणित के जिज्ञासु जनों के लिए अत्यंत उपयोगी है ।
03-पंचांग परिवर्तन विधि:- हमारे ज्योतिर्विदों व पुरोहित वर्ग को उत्तराखंड से बाहर की कुण्डली निर्माण आदि में तत्स्थानीय पंचांग न होने से बहुत कठिनाई होती थी इस विशेषांक में इस कठिनाई को दूर करते हुए पंचांग परिवर्तन की सरल विधि दे दी है अब श्रीताराप्रसाददिव्य पंचांग से भारत वर्ष के किसी भी स्थान का पंचांग कम्प्यूटर से भी अधिक द्रुत गति से ज्ञात किया जा सकता है । इससे विद्वानों को अनेक पंचांग रखने के झंझट से भी मुक्ति मिलेगी ।
04-ग्रहण काल में कर्तव्याकर्तव्य:-ग्रहण काल में क्या करना चाहिए क्या नहीं इसका पूर्ण विवरण इस विशेषांक में दिया गया है ।
05-सूर्योदयास्त साधन :-सारणी से किसी भी स्थान का सूर्योदय-सूर्यास्त व दिनमान साधन, त्रिकोणमिति से सूर्योदय-सूर्यास्त व दिनमान साधन,स्पष्ट मध्यान्ह काल से सूर्योदय-सूर्यास्त व दिनमान साधन तथा अत्यन्त सरल व सुगम विधि से सूर्योदय-सूर्यास्त व दिनमान साधन की विधियां दे दी हैं इस प्रकार इन विधियों से भारत वर्ष के किसी भी स्थान का सूर्योदय-सूर्यास्त व दिनमान व इष्ट काल साधन बहुत ही आसानी से किया जा सकता है जन्म कुंडली और वर्ष फल का कार्य करने वाले ज्योतिर्विदों के लिए यह बहुत उपयोगी है ।
06-वृहद् नक्षत्र कष्टावली चक्रम्:- हमारे सुधी पाठकों की मांग थी कि "एक वृहद् नक्षत्र कष्टावली "प्रकाशित की जाय जिसमें वैदिक मंत्रों के प्रथमाक्षर नहीं अपितु जपार्थ सम्पूर्ण वैदिक मंत्र प्रकाशित होने चाहिए । इस विशेषांक में प्रत्येक नक्षत्र का पूर्ण वैदिक व नाम मंत्र तथा अन्य बहुत सी उपयोगी सामग्री प्रकाशित कर दी है इससे पाठकों को लाभ होगा ।
07-चमत्कारिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ- सुप्रसिद्ध पर्यावरण व प्राकृतिक आयुर्वेद व जड़ी-बूटी विशेषज्ञ श्री मदन सिंह बिष्ट जी द्वारा जन कल्याण की कामना से इस विशेषांक में चमत्कारिक जड़ी-बूटियों के लाभ व उपयोग की विधि दी गई है जिससे जन समान्य को अत्यन्त लाभ होगा ।
"अन्य कुछ विशेषताएं "
हमारे पंचांग में उच्च स्तरीय गणित के साथ अनेक खगोलीय जानकारियां जैसे-शरद सम्पात,वसन्त सम्पात,सायन संक्रान्तियां,सूर्य क्रान्ति,वेलान्तर,महापात आदि के साथ तिथि पर्वों की स्पष्टता,आगामी वर्ष के अनेक राजनैतिक व मेदनीय फलादेश यथा स्थान दिये हैं जो बहुत ही महत्वपूर्ण हैं ।
इस प्रकार यह विशेषांक सभी ज्योतिष प्रेमियों के लिए संग्रहणीय है ।
"पंचांग का विमोचन व वितरण "
पंचांग के विमोचन का कार्यक्रम शीघ्र ही अलग से प्रकाशित किया जायेगा ।
पंचांग का वितरण व डाक द्वारा प्रेषण श्री नन्दा-राधा अष्टमी दिनांक 14 सितम्बर 2021 के दिन से प्रारम्भ किया जायेगा । सभी पंचांग विक्रेता हमारे मुख्य वितरक:-श्री आलोक कुमार जी हल्द्वानी से मो0-9927519644 पर सम्पर्क कर अपनी प्रति सुरक्षित कर लें ।
डाक द्वारा पंचांग मंगाने के लिए हमसे सम्पर्क करें ।
"पचांग के प्रचार प्रसार के लिए विशेष निवेदन "
सभी ज्योतिष प्रेमियों से विशेष निवेदन है कि विगत वर्ष की भाॅति इस वर्ष भी पंचांग के प्रचार प्रसार के लिए न्यूनतम 10 प्रतियाँ मंगाकर वितरित करने का संकल्प लेकर ज्योतिष की इस महाक्रान्ति में सहयोग देकर ज्योतिष ज्ञान के प्रचार-प्रसार के सहभागी बनें आपको पंचांग थोक मूल्य पर भेजे जायेंगे ।
श्रीताराप्रसाददिव्य लघु पंचांग भी प्रकाशन की प्रक्रिया में है न्यूनतम 20 प्रतियाँ मंगाने पर थोक मूल्य पर भेजी जायेंगी ।
आपसे विनम्र अनुरोध है कि पंचांग प्रकाशन की इस सूचना को जन-जन तक पहुँचाने के लिए अपने माध्यमों से अधिक से अधिक शेयर करें ।
सम्पर्क:-आचार्य (डाॅ)रमेश चन्द्र जोशी,प्रधान सम्पादक श्रीताराप्रसाददिव्य पंचांग ज्योतिष भवन चित्रकूट , रामनगर नैनीताल सम्पर्क -9410167777.
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